बम्फर मुनाफा पाने के लिए यूनिक तरीके से करे बारिश में मक्के की खेती,देखे आइडिया

बम्फर मुनाफा पाने के लिए यूनिक तरीके से करे बारिश में मक्के की खेती

बम्फर मुनाफा पाने के लिए यूनिक तरीके से करे बारिश में मक्के की खेती,देखे आइडिया आइये आज हम आपको बारिश के मौसम में किस प्रकार मक्के की खेती की जाती है आपको बताते है तो बने रहिये अंत तक-

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बम्फर मुनाफा पाने के लिए यूनिक तरीके से करे बारिश में मक्के की खेती,देखे आइडिया

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मक्के की किस्म

लई (Popcorn): यह फूलकर खाने वाला मक्का है।
मीठा मक्का (Sweet corn): इसका दाने मीठे होते हैं और इन्हें सिं directly भुट्टे के रूप में खाया जाता है।
हट्टा मक्का (Flint corn): इसके दाने सख्त होते हैं और पीसने के बाद आटा बनाने में उपयोग किए जाते हैं।
मोमी मक्का (Waxy corn): इसमें स्टार्च की मात्रा अधिक होती है।
फलीदार मक्का (Pod corn): इसकी फलियों को सब्जी के रूप में खाया जाता है।
आटेदार मक्का (Flour corn): यह आटा बनाने के लिए सबसे उपयुक्त किस्म है।
दंतेदार मक्का (Dent corn): इसका उपयोग बहुधा पशुओं के चारे के रूप में किया जाता है।

मक्के की खेती हेतु उपयुक्त मिट्टिया

मक्का की खेती के लिए बलुई वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, हालांकि यह अन्य प्रकार की मिट्टी में भी उगाई जा सकती है. यह खरीफ की फसल है, लेकिन सिंचाई की सुविधा होने पर रबी और खरीफ दोनों मौसम में इसकी खेती की जा सकती है। मक्के का उपयोग मुर्गीपालन और पशुपालन में चारे के रूप में भी किया जाता है। खेत की तैयारी पहली बारिश के बाद से शुरू करनी चाहिए। यदि गोबर की खाद का उपयोग करना है, तो पूरी तरह सड़ी हुई खाद को पिछले जुलाई महीने में मिट्टी में मिला दें। रबी सीजन में दो बार कल्टीवेटर चलाने के बाद दो बार हैरो चलाएं।

बम्फर मुनाफा पाने के लिए यूनिक तरीके से करे बारिश में मक्के की खेती,देखे आइडिया

बारिश में होती है तैयार

खरीफ – जून से जुलाई
रबी – अक्टूबर से नवंबर
जायद – मार्च से अप्रैल
बीज की मात्रा (Beej ki Matra)
संकर किस्म – 12-15 किग्रा/हेक्टेयर
सम σύν मिश्र किस्म – 15-20 किग्रा/हेक्टेयर
हरा चारा – 40-45 किग्रा/हेक्टेयर

बुवाई से पहले, बीजों को थिरम या एग्रोसन जीएन जैसे फफूंदनाशक से 2.5-3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करना चाहिए।

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